महिला विमर्श

अब तू डट जा नारी

द्रौपदी के बदले हुए तेवरों में ललकार थी, चुनौती थी, एक भयंकर गर्जना थी जो सिंहनी की भांति गर्ज उठी, “वह अपने बालों को गांठ नहीं लगायेगी

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दौर है स्मार्टनेस का

प्रतिस्पर्धा के आज के दौर में स्मार्टनेस अहम रोल अदा करती है। आज के दौर में खूबसूरती से अधिक फिटनेस तथा स्मार्टनेस को महत्वपूर्ण माना जाता है।

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औरतें ही हैं अव्वल

समूची दुनियां मान चुकी है औरतें पुरुषों की अपेक्षा अधिकांश क्षेत्रों में अव्वल हैं। आप माने न माने औरतों के गुण जन्मजात हैं, उनके समक्ष पहुंचना मर्दों के वश की बात नहीं।

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गृहिणी की ज़िम्मेदारी- ख़रीदारी में समझदारी

अच्छी तरह परख करके ख़रीदारी करने वाली गृहिणी किसी की बातों में आकर अपने सामर्थ्य से ज़्यादा ख़र्चा नहीं करती और न उसे ख़रीदारी के बाद कोई पछतावा होता है।

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महिला सशक्तिकरण में अविवाहित महिलाओं की अहम भूमिका

यह अहिंसावादी आन्दोलन है जो पुरुष वर्ग को झिंझोड़ देगा। सोचने पर मजबूर कर देगा कि नारी की इस प्रतिक्रिया के पीछे छिपा मन्तव्य क्या है।

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स्वास्थ्य शिक्षा महिलाओं के लिए

भारत में किसी एक गांव के सर्वेक्षण के बाद पता चला कि महिला मृत्यु के तमाम कारणों में गर्भपात के दौरान होने वाली बीमारियां ही मुख्य कारण हैं।

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गृह लक्ष्मी पर हावी होती लक्ष्मी

चाहे कमाऊ पति हो या निकम्मा! दहेज़ लेना सभी अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं और दहेज़ के इन दानवों के बीच एक अनपढ़ से लेकर समाज में अपना मुक़ाम बना चुकी सफल महिलाएं तक सभी घुट-घुट कर जीने को मजबूर हैं।

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नारी फूल भी चिंगारी भी

नारी का नारीत्व उसका परम् सौंदर्य है और उसका यह सौंदर्य अपनी शक्तिरूपी सुरभि से संपूर्ण विश्व को प्रकाशित करता है। यदि उसकी शक्ति सुरभि को शक्तिविहीन करने की कोशिश की गई तो न केवल भारत को अपितु संपूर्ण विश्व को इसका अच्छा ख़ासा खामियाज़ा भुगतना ही पड़ेगा।

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रुको मधुमास

जूं-जूं बूंदे परे, जिया लरज़े/छतियां मोरी तकरार करें। उदास आंगन में नीम तले, खटिया पे बैठ, प्रिय को संदेश लिखने बैठती है पर मन है कि अधजल गगरी-सा छलक-छलक पड़ता है- पत्तिया मैं कैसे लिखूं/लिखयो न जाय क़लम गहे मोरे, कर कांपत हैं, सखी! नयन रहे झरलाय।

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क्या बनाऊं जी

हर रोज़ एक ही तरह की सब्ज़ी खाना...? पूछो तो कहेंगे "जो मर्ज़ी हो बना लो।" इस तरह की समस्या साहिला को ही नहीं, हर गृहिणी को होती है। ऐसी कौन-सी सब्ज़ी है जो घर-परिवार के सभी सदस्य खुशी-खुशी खा सकें।

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