युगल

सपनों का राजकुमार और सपनों की राजकुमारी

-दीपक कुमार गर्ग शादी से पहले लड़के और लड़की दोनों की ओर से एक दूसरे को देखने की रस्म हमारे समाज में एक रिवाज़ बन चुकी है। परंतु कई बार देखने-दिखाने के चक्कर में केवल बाहरी रंग रूप से प्रभावित होकर ग़लत फ़ैसले भी ले लिए जाते हैं। पसंद न आने पर मना करना तो पहली शर्त ही होती है। ...

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पत्‍नि‍यां क्या चाहती है पतियों से?

-दीपक कुमार गर्ग पत्‍नि‍यां हमेशा यह कामना रखती हैं कि पति उनके साथ हमेशा ईमानदार बना रहे। सदा सच बोले, कभी भी झूठ न बोले। परन्तु कड़वा सच सुनने की पत्‍नि‍यों की आदत नहीं होती। पतियों के लिए ज़रूरी है कि पत्‍नि‍यों के साथ नासमझी करके अपने घर को युद्ध का मैदान न बनाएं। बातचीत में संतुलन बनाए रखें। मैं ...

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पति पत्‍नी के बीच में

  -दीप ज़ीरवी कहते हैं कि शादी बूर का लड्डू है, जो खाय वो भी पछताए, जो न खाए वो भी पछताए। सुकरात ने कहा था कि शादी करवाने वाला तो दु:खी होता ही है किन्तु शादी न करवाने वाले भी सुखी नहीं कहे जा सकते। किसी के विचार में शादी एक आवश्यक ग़लती है जो हर व्यक्‍ति को करनी ...

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