आस्था रीति-रिवाज़ों और पीढ़ी-दर-पीढ़ी एक ही लकीर को पीटती है। आस्था में नवीनता या समय की उपयोगिता को अस्वीकार किया जाता है।
Read More »गोपाल शर्मा ‘फिरोजपुरी’
औद्योगिक नगर अमृतसर एक दर्शनीय पवित्र स्थान
गोल्डन टेम्पल एक विशाल परिसर है जिसमें दर्शनी ड्योढ़ी, अमृत सरोवर, अकाल तख़्त, सेंट्रल सिख म्यूज़ियम स्थित है।
Read More »पंजाब की सांस्कृतिक विरासत
पंजाब के लोगों की क्रान्ति की वजह से ही .... भगत सिंह, सराभा, डोगरा, लाला लाजपत राय की देन से ही, आज़ादी का बीजारोपण हुआ है।
Read More »जीवन का आधार खेलें
आन्तरिक पवित्रता के लिये शुद्ध आचरण तथा अन्तर्ध्यान द्वारा परम सत्ता से जुड़ाव रखना होगा। बाहरी सुन्दरता के लिये शरीर का हृष्ट-पुष्ट और निरोग रहना अति अनिवार्य है।
Read More »जीवन की कसौटी पर मोबाइल फ़ोन
मार्टिन कूूपर के इस आविष्कार ने सारी दुनिया मुट्ठी में कर ली है। सुख-दु:ख के संदेश मिनटों सेेकिन्डों में देश-विदेश में पहुंच जाते हैं,
Read More »भगवान् से बड़ी है नारी
बालिका रूप में कंजकों का पूजन इस बात को प्रमाणित करता है कि नारी शक्ति स्वरूपा, सृष्टि की कर्ता, सर्वगुण सम्पन्न और वरदान देने वाली है।
Read More »घर को स्वर्ग कैसे बनायें
परिवारों में दु:ख का कारण परिवारों में टूटन बिखरन और अलगाव की वृद्धि होती जा रही है। संयुक्त परिवार की हमारी पुरातन विरासत और सभ्यता समाप्त होती जा रही है।
Read More »शादी की पाबन्दी लड़कियों पर ही क्यूं?
आधुनिक संदर्भ में युवा वर्ग यदि जात-पात की बेड़ियां तोड़ कर समाज को बदल रहे हैं तो इसकी सराहना होनी चाहिये।
Read More »आधुनिक संदर्भ में हमारी शिक्षा प्रणाली
भारत की 15 करोड़ जनता फुटपाथ पर सोती है, भुुखमरी की समस्या है, उनके बच्चों को स्कूल खींच भी लायें वह पढ़ने में दिलचस्पी नहीं लेंगे।
Read More »पीने के पानी को तरसते लोग
एक तरफ़ तो हम डिजिटल इंडिया का सपना देख रहे हैं, न्यू इंडिया की कल्पना कर रहे हैं। दूसरी तरफ़ जनता बूंद-बूंद पानी को तरस रही है, प्यास से मर रही है
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