यह ठीक है कि आपसे अपने परिचित का दुःख देखकर रुका नहीं जाता और आप उसका हाल जानने व उसके शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ देने की ग़रज़ से उसे देखने अस्पताल चले जाते हैं। पर इसका यह मतलब कत्तई नहीं है कि आप उसे मानसिक कष्ट पहुंचाएं।
Read More »नीना मित्तल
मेहंदी बिन सिंगार अधूरा
नारी के सोलह सिंगार माने गये हैं। इन सब सिंगार साधनों के साथ यदि हाथों में मेहंदी न लगी हो तो सिंगार कुछ अधूरा सा लगता है। कलात्मक अभिव्यक्ति लिए तरह-तरह के बेल-बूटे जब हथेलियों पर उभर कर आते हैं तो नारी सौंदर्य में चार गुणा वृद्धि कर देते हैं।
Read More »नारी का प्रिय सिंगार खनखनाती चूड़ियां
नारी अपने रूप-सौन्दर्य को निखारने के लिए जहां तरह-तरह के सौंदर्य-प्रसाधनों, कपड़ों व जेवरों का प्रयोग करती है वहीं अपनी नाज़ुक कलाइयों को रंग-बिरंगी चूड़ियों से सजाना भी नहीं भूलती है। प्राचीन काल से ही भारतीय स्त्रियों को चूड़ियों से बेहद लगाव रहा है। शायद ही कोई ऐसी स्त्री है जिसे चूड़ियों से प्यार न हो। भारत के हर प्रान्त, ...
Read More »