-सुमन कुमारी

घर में या ऑफ़िस में काम को टालना नहीं चाहिए। धीरे-धीरे यह आदत आलस्य बन जाती है। कोई भी काम समय पर नहीं होता। एक घर में सारा काम ख़त्म करके औरतें बाहर बैठी नज़र आती हैं, दूसरे घर में ग़ुस्से से काम करती महिलाएं। कारण यही है कि काम को कल, परसों पर छोड़ दिया जाता है।

समय रहते सारा काम साथ-साथ में निपटाते रहना उचित है। ऑफ़िस में यदि आप सारा दिन गप्पें मार कर वापिस आ जायेंगे तो दूसरे दिन आपको ज़्यादा समय ऑफ़िस में बैठना पड़ेगा। फ़ालतू की बातों से बचना चाहिए। आपको यह सोच कर चलना चाहिए कि काम समय पर पूरा करना है। यही कारण है कि ज़्यादातर घरों में औरतें दिन भर काम लेकर बैठी रहती हैं। मूड पर कभी निर्भर न करें। आपको काम में रुचि पैदा करनी होगी। प्रसन्नता व खुशी से हर कार्य करना चाहिए। खुद को व्यवस्थित करना चाहिए। धीरे-धीरे अपने सारे कार्य करते जाएं। काम टालना आपको आलस्य की ओर ले जाता है। कपड़े धोने के बाद ही इस्तरी कर लें। यदि मूड पर डिपेेेेन्ड करेंगे तो ये काम कई दिनों तक लटकता रह सकता है। ऑफ़िस में यदि कार्य को समझने में दिक्क़त हो तो उसे समझ लेना चाहिए। वरना ग़लत काम करने से दोहराव होगा जिससे आपको ग़ुस्सा भी आ सकता है।

घर की ज़िम्मेदारी एक व्यक्ति पर नहीं छोड़नी चाहिए। सबको बांट कर काम देना चाहिए। इस प्रकार भारी काम एक व्यक्ति के हिस्से में नहीं आएंगे। वह ज़्यादा उत्साहित रहेगा। वक़्त पर कार्य पूरा न होने से मानसिक परेशानी रहती है। दिन भर आपको क्या व कैसे करना है सोच लेना चाहिए। अपनी कार्य क्षमता की जांच करें कि आपने कितने समय में कितना काम निपटाया है। टी.वी. देखते समय भी आप ऑफ़िस का व घर का छोटा-छोटा काम कर सकती हैं जैसे- सब्ज़ी काटना, कपड़ों को तह करना आदि। ऑफ़िस का लिखती काम आप टी.वी. देखते समय ब्रेक में कर सकती हैं।

काम की समय-सीमा तय कर लेनी चाहिए कि कितने समय में कितना काम करना है। बाक़ी बचे कामों की भी अवधि तय करें। सुबह-सुबह सबसे पहले नाश्ता बनाने का काम होता है। सुनिश्चित करें कि इसके बाद आपको क्या काम करना है सफ़ाई या कपड़े धोने, नहाने का कार्य।

एक समय में एक काम ही हाथ में लेना चाहिए। जल्दी-जल्दी में यदि सब काम निपटाना चाहेंगी तो टेंशन में गड़बड़ भी कर सकती हैं। इसमें समय भी ज़्यादा लगता है।

ख़रीदारी करने जाना है तो सभी वस्तुओं की लिस्ट तैयार कर लें। इस प्रकार बार-बार बाज़ार जाने से आपका समय बचेगा। कार्य को समय पर करने की आदत डालें। अपने आलस्य को दूर करने का प्रयत्न करें, दूसरों को दोष न दें। शरीर तंदरुस्त तभी रहेगा जब आप काम ठीक समय पर कर लेंगी। काम लटकता रहने से मानसिक परेशानी का शिकार होकर कई महिलाएं सारा दिन काम लेकर बैठी रहती हैं। आपका अच्छा व्यक्तित्व व सलीक़ा ही आपके बच्चों को काम समय पर करना सिखाएगा पर सबसे पहले आपको इसके लिए खुद को तैयार करना होगा।

काम करने के लिए मूड न बनाएं, इच्छा पैदा करें। रुचिपूर्वक प्रसन्नता से कार्य करें। इससे आपका स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा और समय की बचत भी आपके मन को शांत रखेगी।

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