Author Archives: rupinder

उत्तर आधुनिकता हई! शावा!!

आज लेखक अमीर है, अपनी खोटी नीयत के कारण खुद को ग़रीब दिखाता है। दो कनाल की कोठी का मालिक होने के बाद भी पांच हज़ारी इनामों के पीछे भागता फिरता है

Read More »