नील कमल ‘नीलू’
स्वप्न
तेरी रुख़सत
वो गुज़रे हुए दिन
ऐ मेरे हमनवां
औरत-कल, आज और कल
बड़े बड़े कवियों ने भी उसे त्याग की देवी का नाम दिया व उस से सिर्फ त्याग की ही अपेक्षा की। वे भूल गए कि यदि त्याग की देवी सीता वह है, तो चंडी भी वही है व झांसी की रानी भी वही है।
Read More »गर्ल फ्रैण्ड से शादी,ना बाबा ना
-नील कमल (नीलू) आज के भारतीय युवक जब बेमायने बंदिशों व भारतीय संस्कृति के पुराने व निरर्थक विचारों को पीछे छोड़ व अपने पूर्वजों द्वारा बनाई गई कड़ी ज़ंजीरों को तोड़ कर बेख़ौफ हो खुली हवा में उड़ने के लिए प्रयत्नशील हैं, वहीं यह भी सोचने लायक बात है कि क्या वास्तव में वे अपनी मानसिकता को बदलने में ...
Read More »पतिगण ज़रा इधर भी गौर फरमाइए
जहां उसे घर की इज़्ज़त, घर की लक्ष्मी के नाम दिए वहीं उसे इन के साथ एक अन्य नाम से निवाज़ा गया - गृहस्वामिनी।
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