नींद एक ऐसी प्रकिया है जो मनुष्य को सुकून पहुंचाती है, परन्तु कभी-कभी नींद मौत का कारण भी बन जाया करती है। वाहन को ड्राइव करने वाला अगर नींद के आगोश में सिमट जाये तो परिणाम का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
विशेष रूप से वाहन चालकों के लिए ही एक ऐसे चश्मे का निर्माण किया गया है जिससे चालक सुरक्षित रहता है तथा उसके पास नींद नहीं आती है। जर्मनी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे चश्मे का निर्माण किया है जिसमें लगा प्रकाश रोधक पलकें बंद होने पर स्वंय टूट जाता है। इस चश्मे को पहनने वाले को जैसे ही झपकी आती है, प्रकाश रोधक टूट जाता है तथा साथ ही एक विशेष प्रकार का सायरन बजने लगता है। इतने पर भी अगर ड्राइवर की नींद नहीं टूटती तो गाड़ी में लगी स्वचालित प्रणाली स्वत: ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोक देती है। इस चश्मे की एक और विशेषता यह है कि यह आंखों को पूरी तरह से तरोताज़ा रखता है जिससे आंखें तनावमुक्त रहती हैं। इस चश्मे की क़ीमत सम्पूर्ण उपकरणों सहित लगभग 600 डॉलर है।
जर्मनी में तो ड्राइवरों के लिए इसे अनिवार्य कर दिया गया है। इससे सड़क दुर्घटनाओं में अप्रत्याशित कमी आयी है। इस चश्मे का संबंध पलकों के साथ विशेष रूप से रहता है।