आज हम इतने आधुनिक हो गए हैं कि टॉपलेस और स्कर्ट पहन रहे हैं, पॉप सुनने लगे हैं, उन्मुक्त प्रेम सम्बन्धों को समाज मूक स्वीकृति देने लगा है। आज आधुनिकता का अभिप्राय यही है।
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दुल्हन बनी मां
आपको अपने बारे में सोचना चाहिये। बुढ़ापे में पति-पत्नी एक दूसरे का सहारा होते हैं। बीमार होने की स्थिति में एक-दूसरे से बेपर्दा सिर्फ़ आपस में ही हो सकते हैं।
Read More »क्यूं होते हैं बिगड़ैल बच्चे
ज़माना बदल गया है, आपको बदलाव में विश्वास रखना चाहिये। आप को चाहिए कि समयानुसार नई पीढ़ी की बातों को समझें और ज़माने के बदलाव को अपनाएं।
Read More »अब कुछ याद करने की ज़रूरत नहीं
वैज्ञानिकों ने एक ऐसा ही अनोखा कम्प्यूटर पेन बनाया है, जिसमें लिखने वाला व्यक्ति जो कुछ लिखता है, उसे यह अपनी मेमोरी में स्टोर करता चला जाता है
Read More »अजीब दासंता प्रेम की
डेटन नाम का युवक हर हाल में उसे पाना चाहता था इसलिए उसने तय किया कि वह अपने प्रेम को साबित करेगा और स्वयं को आर्नले के बराबर खड़ा कर देगा।
Read More »वृद्ध महिलाएं अधिक सक्रिय
युवा महिलाएं थोड़ी-सी दूरी पर जाने के लिए भी कार, स्कूटर की आवश्यकता महसूस होती है जबकि वृद्ध महिलाएं पैदल चलना पसंद करती हैं।
Read More »गहने पहनना उपयोगी या अनुपयोगी
गहनों से सुन्दरता नहीं बढ़ती सिर्फ़ अपनी अमीरी दर्शाने का तरीक़ा है। सुन्दरता तो प्रकृति प्रदत्त होती है। सुन्दरता को आभूषणों की ज़रूरत नहीं होती।
Read More »जो सुख छज्जू दे चौबारे न बलख न बुखारे
छज्जू राम यात्रा करने का बड़ा शौक़ीन था। उसने इस से पहले भी कई यात्राएं की थी। अब की बार उसने बलख और बुखारा देखने का मन बनाया था।
Read More »क्या धर्म स्थलों में भगवान विराजमान है?
आस्था रीति-रिवाज़ों और पीढ़ी-दर-पीढ़ी एक ही लकीर को पीटती है। आस्था में नवीनता या समय की उपयोगिता को अस्वीकार किया जाता है।
Read More »जीवन का आधार खेलें
आन्तरिक पवित्रता के लिये शुद्ध आचरण तथा अन्तर्ध्यान द्वारा परम सत्ता से जुड़ाव रखना होगा। बाहरी सुन्दरता के लिये शरीर का हृष्ट-पुष्ट और निरोग रहना अति अनिवार्य है।
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