दीपक कुमार गर्ग

कार्यकारी महिलाओं के लिए सुझाव

    -दीपक कुमार गर्ग  सुबह का समय एक सामान्य घरेलू महिला के लिए काफ़ी व्यस्तता भरा होता है। चाय बनाना, नाश्ता तैयार करना, बच्चों को तैयार करना, उन्हें स्कूल भेजना, पति एवं बच्चों के लिए दोपहर के भोजन का टिफ़िन पैक करना आदि। परंतु वह महिला जो जॉब करती है उनके लिए सुबह के समय की यह भागदौड़ एक ...

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अब तो कुछ सोचो

अगर कन्या भ्रूण हत्याओं का दौर इसी प्रकार चलता रहा तो 2035-2050 तक हालात बेहद भयंकर हो जाएंगे।अविवाहित और यौन भूख से बेहाल ये पुरुष कई प्रकार के नशों व बुराइयों का भी शिकार हो चुके होंगे। इनको बहन या मौसी आदि रिश्तों के न अर्थ मालूम होंगे न रिश्तों की पवित्रता।

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कैसी होनी चाहिए पहली मुलाक़ात

-दीपक कुमार गर्ग अंग्रेज़ी में एक कहावत है “फर्स्ट इम्प्रेशन इज़ लास्ट इम्प्रेशन” इसको हिन्दी में परिभाषित किया जाए तो यह कहा जाएगा कि आप जिस व्यक्‍त‍ि को पहली बार मिलने पर जिस तरह का व्यवहार करते हो उस व्यक्‍त‍ि के दिमाग़ में ताउम्र के लिए आपके बारे में वैसी ही छवि बन जाती है। ऐसे हालात में कौन नहीं ...

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क्या आप प्रेमी या प्रेमिका की तलाश में है?

 -दीपक कुमार गर्ग आजकल की नौजवान पीढ़ी के लड़के-लड़कियां अक्सर ही अपने जीवन में एक सच्चे प्रेमी या प्रेमिका की तलाश में रहते हैं। परन्तु दुख के साथ कहने में आता है कि सच्चा प्रेम बहुत ही कम लोगों के नसीब में होता है। ज़्यादातर लोग प्रेम के नाम पर धोखा खाते है और उनकी ज़िंदगी बर्बाद हो जाती है। ...

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सपनों का राजकुमार और सपनों की राजकुमारी

-दीपक कुमार गर्ग शादी से पहले लड़के और लड़की दोनों की ओर से एक दूसरे को देखने की रस्म हमारे समाज में एक रिवाज़ बन चुकी है। परंतु कई बार देखने-दिखाने के चक्कर में केवल बाहरी रंग रूप से प्रभावित होकर ग़लत फ़ैसले भी ले लिए जाते हैं। पसंद न आने पर मना करना तो पहली शर्त ही होती है। ...

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