.मुंह की बदबू हटाने के लिए एक लौंग धीरे-धीरे चूसें। यह मुंह की बदबू हटाएगा और माऊथ फ्रैशनर का काम करेगा।
.प्रातः काल नींबू का रस पानी में मिलाकर पीने से मोटापा दूर होता है।
.शिशु के जन्म के उपरांत कई स्त्रियों के सिर के बाल भारी मात्रा में झड़ने लगते हैं। ऐसी स्थिति में नित्य दो ग्राम तिल्ली खाने से बाल लम्बे, मुलायम और काले हो जाएंगे।
.केला खाकर ऊपर से दूध में शहद पीने से श्वेत प्रदर में लाभ होता है।
.सर्दी-ज़ुकाम से पीड़ित हों तो एक गिलास दूध में आधा चम्मच काली मिर्च पाऊडर उबाल कर पीने से राहत मिलती है।
.मस्तिष्क की कमज़ोरी को दूर करने के लिए आधे चम्मच शहद में चुटकी काली मिर्च पाऊडर डालकर प्रतिदिन प्रातः काल सेवन करना चाहिए।
.नींबू के छिलके में नमक लगाकर दांत साफ़ करने पर मुंह की दुर्गंध दूर होती है तथा दांत भी मज़बूत होते हैं।
.सिरदर्द में नींबू के छिलके को पीस कर सिर में लेप करने से सिरदर्द समाप्त हो जाता है।
.यदि छोटे बच्चे को खांसी लगी हुई हो तो तुलसी के पत्तों का रस निकाल कर उसमें अदरक का रस मिलाकर चटाएं।
.यदि किसी का गला बैठ जाए तो अमरूद के पत्तों को उबाल कर और ठंडा करके गरारे करें।
.मुंह में छाले हों तो ताज़ी छाछ पिएं।
.गले में दर्द हो तो हरा धनिया चबा-चबा कर चूसें।
.सिर में लगातार दर्द रहता हो तो तुलसी के रस की कुछ बूंदें नाक में डालने और सूंघने से आराम मिलता है।
.संतरे का नियमित सेवन करने से बवासीर की बीमारी में लाभ होता है। रक्तस्त्राव को रोकने की इसमें अद्भुत क्षमता है।
.बच्चे को जन्म के कुछ दिन बाद से रोज़ाना दो चम्मच संतरे का रस अवश्य दें। इसके साथ उसकी पाचन क्रिया भी सुचारू बनी रहती है, त्वचा की चिकनाई कम होती है।