-शैली माथुर
आमतौर पर सर्दियां आते ही छोटे बच्चों की माताएं सर्दी से बचने के लिए उन्हें ढेर सारे कपड़े पहनाती हैं ताकि ठंड से उनका बचाव किया जा सके। कई माताओं में तो सर्दी का भय इस हद तक होता है कि वे रात को बच्चे को सुलाते समय भी कई कपड़े पहनाए रखती हैं मगर यह स्थिति हानि भी पहुंचा सकती है। नवजात शिशु को सर्दी से बचाने कि लिए निम्न उपाय प्रयोग में लाए जा सकते हैं।
रात को बच्चों को सुलाते समय तुलसी का सेवन कराने से सर्दी नहीं लगती। तुलसी की रस व शहद की एक बूंद चटाने से लाभ होता है। प्रातः काल बच्चे को शहद चटाने से भी ठंड का प्रकोप नहीं होता। छोटे बच्चों को राई के तेल की मालिश करके सुबह की धूप में सुलाना चाहिए।
शिशु को नहाने से पहले शहद व नींबू का रस उसकी छाती पर मलें। यह उपाय शिशु को ठंड से बचाने के लिए उपयुक्त है।
जहां बच्चे के सोने की जगह है वहां पर एक कपड़े में प्याज़ बांध कर रख दें। इससे सर्दी का प्रकोप नहीं होगा।
गुनगुने पानी में नीम की पत्तियों को उबाल कर उस से शिशु के शरीर को पोंछे। सर्दियों में यह उत्तम उपाय है।
शिशु को ठंड से बचाने का सबसे अनमोल व सरल उपाय है कि उसे खूब हंसाए या रोते हुए को कुछ देर तक चुप न कराएं। इन सब उपायों का प्रयोग करके आप अपने बच्चे को ठंड से बचा सकती हैं व भय मुक्त हो सकती हैं।