-डॉ. चेतन
1. कच्चे बेल की गिरी को सुखा कर चूर्ण बना लें और 5-10 ग्राम की मात्रा में सेवन करें। दस्त या अतिसार में रामबाण औषधि है।
2. आधे बिलोये दही में एक चम्मच प्याज़ का रस पीने से आंव युक्त दस्तों में शीघ्र ही लाभ होता है।
3. दूध में गाजर मिला कर पीने से खूनी दस्त में आश्चर्यजनक लाभ होता है।
4. मूली के टुकड़ों व पीपल के पत्तों का बना हुआ काढ़ा पीने से दस्त चौबीस घंटों में ही रुक जारे हैं।
5. गोघृत में लहसुन का रस मिला कर पीने से आंव युक्त दस्त शीघ्र ही शांत हो जाते हैं।
6. दही के साथ केले का सेवन करें दस्त रुक जाएंगे।
7. गोदुग्ध में तुलसी के बीज पीस कर पी जाएं, दस्त बंद हो जाएंगे।
8. दस्त लगे हुए हों तो मूंग की दाल की खिचड़ी ही खाएं।
9. दस्त के मौसम में उबाल कर ठंडा किया हुआ पानी ही पीना चाहिए।
10. नींबू की नमक युक्त शिकंजवी का दस्त की अवस्था में जम कर प्रयोग करना चाहिए। इससे पानी व खनिज लवण की कमी नहीं आती और शरीर निढाल नहीं होता।”