Author Archives: aman

दौर है स्मार्टनेस का

प्रतिस्पर्धा के आज के दौर में स्मार्टनेस अहम रोल अदा करती है। आज के दौर में खूबसूरती से अधिक फिटनेस तथा स्मार्टनेस को महत्वपूर्ण माना जाता है।

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सिर दर्द से बचें

महानगरों में ख़ासकर लोगों में सिर दर्द का रोग बढ़ता जा रहा है। क्या है वास्तव में इस बढ़ते सिर दर्द का कारण। इसके लिए सबसे पहले तो महानगरों में तेज़ी से बढ़ता प्रदूषण ज़िम्मेवार है।

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अंधेरा

तुम क्यों बार-बार अंधेरे में, मेरे दिल के इक कोने से आवाज़ देते हो मुझे दौड़ती हूं चहुं ओर क्योंकि गूूंजती है तुम्हारी आवाज़

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शब्द चितेरा

ग़र होता मैं शब्द-चितेरा, कोई बात न्यारी लिखता होरी की दुख गाथा लिखता, धनिया की लाचारी लिखता बाप-बेटे या भाई-भाई में, रिश्ते आख़िर बिखरे क्यों धन-बल-सत्ता की ख़ातिर, क्यों हो रही मारामारी लिखता

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श्ब्द की शक्ति

शब्दों के बग़ैर मनुष्य की ज़िंदगी गूंगे की ज़ुबान की तरह है। आध्यात्मिक लोग शब्दों की शक्ति समझने में समर्थ होते हैं। शब्द कभी मरते नहीं। इन के अर्थों का संदेश दिमाग़ में कीटाणुओं की तरह प्रवेश करके असर करता है।

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हर बार नहीं

तुम तो चाहते हो कि तुम मेरे जज़बातों से बलात्कार करो और मैं हर बार अपने वजूद के टुकड़ों को समेट कर पुनः तुम्हारे कदमों में फूलों की तरह विछ जाऊं

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ज़रा सोचें कपड़ों पर ख़र्च करते हुए

नये-नये कपड़ों का शौक़ हर इन्सान को होता है। ख़ासकर आज का दौर दिखावेबाज़ी का दौर है। हर कोई इस दौड़ में लगा हुआ है कि वह दूसरों पर अपना अच्छा प्रभाव डाल सके। लोगों के बारे में अंदाज़ा हम उनके पहरावे से ही करने लगे हैं।

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नाजुक रिश्ते- सास, बहू और बेटा

लेकिन उसी नारी उसी मां को जब सास का नाम मिलता है तो वो खूबसूरत एहसास लुप्त क्यों हो जाता है? उसकी मनोहरता समाप्त क्यों हो जाती है? उसकी विशालता उसके प्रेम पर प्रश्न चिन्ह क्यों लग जाता है?

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