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-विद्युत प्रकाश मौर्य

अब आप कभी यात्रा पर निकलें तो कुछ बातों का ज़रूर ध्यान रखें। अगर आप कुछ दिनों के लिए छुट्टी बिताने जा रहें हैं तो इसके लिए पैकिंग की एक चेक लिस्ट तैयार करें। नहीं तो आपको सफ़र में छोटी-छोटी बातों के लिए बड़ी राशि ख़र्च करनी पड़ सकती है या पछताना पड़ सकता है।

यात्रा पर जिस मार्ग में जाना हो उसका मानचित्र, गाइड, रेलवे टाइम टेबल, उसके इलाके के पूछ-ताछ संबंधी फ़ोन नंबरों की सूची हमेशा अपने साथ रखें। ऐसी जानकारी पर कई पुस्तकें आप बाज़ार से ख़रीद सकते हैं या फिर पत्र-पत्रिकाओं में छपने वाले यात्रा विशेषांकों को अपने साथ रखें। आजकल आप इंटरनेट पर जाकर संबंधित राज्य या देश की वेबसाइट देखकर भी अपनी जानकारी मज़बूत कर सकते हैं।

अगर आपके पास मोबाइल फ़ोन हो तो अपना फ़ोन साथ रखें साथ ही उसका स्पेस लोकेटर ऑन रखें। इससे आपका मोबाइल भी आपको जानकारी देगा कि आप कहां से गुज़र रहे हैं। यात्रा पर जाने से पहले अपने किसी ख़ास दोस्त, परिचित या रिश्तेदार को अपने कार्यक्रम की जानकारी देकर रखें।

ज़रूरी सामानः- यात्रा में कभी भी बारिश आ सकती है। ख़ासकर मुंबई या शिमला, मनाली जैसे हिल स्टेशनों में। इसलिए छोटा-सा रेनकोट या छाता हमेशा अपने पास रखें। कई लोगों को अक्सर छोटी-मोटी बीमारियां होती हैं। आप अपनी संबद्ध दवाएं भी अपने साथ रखें। हिल स्टेशनों पर जाने वाले लोग स्वेटर, शॉल आदि भी घर से लेकर चलें अन्यथा वहां पर ये चीज़ें महंगे दामों पर ख़रीदनी पड़ सकती हैं। टॉर्च, कैमरे की बैटरी, बच्चों के कपड़े आदि साथ रखें।

होटल में ठहरने से पहले उसकी शर्तों को ठीक तरह से समझ लें। भीड़-भाड़ के दिनों में पहले से ही होटल में आरक्षण कराकर चलें तो अच्छा होगा। अगर किसी हिल स्टेशन पर आपके विभाग की ओर से होटल या गेस्ट हाउस बनाया गया हो तो उसी में ठहरें।

किसी नई जगह में रेस्टोरेंट में खाने से पहले उसका मेन्यू पहले ही चेक कर लें। कहीं ऐसा न हो खाने के बाद बिल को लेकर आप ठगे जाएं।

आपसे पहले संबंधित स्थान की अगर किसी ने यात्रा की हो तो उसकी सलाह ले लें। यह आपके बहुत काम आएगी। अगर आप सीज़न में यात्रा कर रहें हैं तो रेलगाड़ी में वापसी का भी आरक्षण करा कर ही चलें।

कई टूरिस्ट प्लेसों की ऑफ़ सीज़न यात्रा भी आनंददायक होती है। अगर आप भीड़-भाड़ से बचना चाहते हैं तो ऑफ़ सीज़न में यात्रा करें। हिल स्टेशनों पर आम तौर पर ऑफ़ सीज़न में होटलों का किराया आधा हो जाता है। अगर आप दलालों से बच कर सीधे होटल वालों से बात कर लें तो अच्छा रहेगा।

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