-डॉ. सन्त कुमार टण्डन ‘रसिक’

यह गाना तो अापने सुना ही होगा- “छोटा-सा बलमा मेरे अंगना में गुल्ली खेले।” इसमें कुछ अतिशयोक्ति ज़रूर है, पर यह सच है कि बेहतर सेक्स के लिए स्त्री का संगी उससे उम्र में छोटा होना चाहिए। “बड़ी पत्नी, बड़े भाग्य” कहावत भी है। ब्रिटेन में हुए एक सर्वे से यही खुलासा होता है कि पत्नी की अपेक्षा पति की उम्र कम होनी चाहिए। यह बात पूरे स्त्री-पुरुष वर्ग पर सच है। सर्वे से पता चला है कि ब्रिटिश लड़कियां शादी के लिए अपने से छोटा युवक पसंद करती हैं। वे शादी कुछ देर से करती हैं, प्रायः तीस या कुछ अधिक उम्र में और इक्कीस-बाईस की उम्र का लड़का पसंद करती हैं शादी के लिए। यह सच है कि देर से शादी वे कैरियर के कारण करती हैं पर दूसरा सच यह भी है कि यह बेहतर सेक्स पाने के लिए उचित भी है। इनकी शादी की उम्र बढ़ने के आंकड़े सामने आए हैं। बेमेल उम्र शादियों में एक चौथाई ऐसी लड़कियां थी जिनका संगी उम्र में कम से कम 6 वर्ष छोटा था। उम्र के इस अन्तराल वाली शादियों की संख्या 1968 में 18700 थी। विश्वास किया जाता है कि अब तक इसमें अत्यधिक बढ़ोतरी हुई होगी। यह लड़कियों की यौन रुचि में क्रांतिकारी परिवर्तन दर्शाता है। कभी लड़के कम उम्र की लड़कियां पसंद करते थे, अब लड़कियां कम उम्र के लड़के पसंद करती हैं। ये मासूम से होते हैं और बड़ी उम्र के लड़कों की तुलना में अधिक यौन आनन्द देते हैं और अधिक वर्षों तक देते हैं, जबकि उम्र में बड़े लड़के कम देते हैं और जल्दी चुक जाते हैं। ऐसी शादियां लड़कियों का स्टेटस सिम्बल हो गई हैं। परिवर्तित वातावरण में लड़कियां अपने से छोटे संगी या पति के साथ अपने को अधिक सुरक्षित पाती हैं। कुंवारी ही नहीं, विधवाएं और तलाकशुदा महिलाएं भी 5-10 साल कम उम्र का पुरुष ढूंढ़ती हैं।

भारत में अपवाद स्वरूप उम्र में बड़ी पत्नी के कुछ मामले मिलते हैं। पत्नी पति से छोटी हो, ऐसा ही चलन है। कोई आश्चर्य नहीं कि यहां भी उम्र में कम पति का क्रेज़ स्त्रियों में बढ़ने लगे। पुराना मिथक- पति बड़ा, पत्नी छोटी टूट सकता है भविष्य में। यह वैज्ञानिक सत्य है कि उम्र बढ़ने पर पुरुष का टेस्टोस्टेशेन स्तर घटने लगता है, अतः यौन शक्ति घटती है। उधर स्त्री की यौन शक्ति धीरे-धीरे बढ़ती है और 35-40 की उम्र तक उच्चतम स्तर पर होती है। 20-25 की उम्र में पुरुष की यौन क्षमता तीव्र होती है और स्त्री की 30-35 की उम्र में। अतः पति की उम्र पत्नी से 8-10 वर्ष कम हो तो फ़िट बैठता है। परन्तु भारतीय समाज का चलन है कि पति-पत्नी से 3 से 5 साल बड़ा हो।

मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं कि पत्नी बड़ी, पति छोटा हो तो अच्छा रहता है। ऐसे विवाह अधिक सफल होते हैं। कारण संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व की भावना स्त्रियों में ज़्यादा होती है। ज़िम्मेदारी ही नहीं स्त्रियों में विवेक भी अधिक होता है। वे अधिक गंभीर होती हैं। वे पुरुष पर अंकुश लगा सकती हैं। उनमें अच्छी समझ, सूझबूझ, व्यवहारिकता होती है। गुणों में इस अन्तर के कारण अक्सर पुरुष उम्र में बड़ी स्त्री की ओर आकर्षित होते हैं। उनसे विवाह करना पसंद करते हैं। उधर लड़कियां अपने से कम उम्र के लड़कों को दिल दे बैठती हैं।

भारत सहित अन्य देशों में भी उम्र के अन्तर के बारे में ‘मिथक’ और ‘आदर्श’ भविष्य में काफ़ी टूटेगा और बदलेगा, ऐसा समझा जाता है।

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