धर्मपाल साहिल

दसूहा बनाम विराट नगरी

                                                                                                                          -धर्मपाल साहिल (प्रिंसीपल) एक तरफ़ शिवालिक की रमणीक पहाड़ियां और दूसरी ओर कल कल बहता ब्यास दरिया। बीचों-बीच विभाजन रेखा सी खींचता जाता जालन्धर-पठानकोट राष्ट्रीय मार्ग। जालन्धर से 62 किलोमीटर की दूरी पर जी. टी. रोड के दोनों तरफ़ बसी पंजाब के जिला होशियारपुर की तहसील दसूहा। यहां से केवल 59 कि. मी. के फासले पर बसा है प्रसिद्ध ...

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भारत की प्रथम महिला पुलिस अधिकारी-किरन बेदी

          भारत की पहली महिला प्रधान मंत्री स्व. इन्दिरा गांधी के कार्यकाल में ही 1972 में डाॅ. किरन बेदी भारतीय पुलिस सेवा में नियुक्‍त होने वाली प्रथम महिला पुलिस अधिकारी बनी। अपने कार्यकाल के दौरान वे एक सुपर कोप-परम पुलिस कर्मी के रूप में विश्‍व प्रसिद्ध हुईं। जब 26 जनवरी, 1973 को गणतन्त्र दिवस के अवसर पर दिल्ली पुलिस के ...

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औरत की आज़ादी के लिए आवाज़ उठाई है डॉ.तस्‍लीमा नसरीन ने

भारत ही नहीं विश्‍व के कई अन्य देशों में भी औरत को दोयम दर्जे का प्राणी समझकर उसे मात्र भोग की वस्तु समझा गया है। उस पर धार्मिक, सामाजिक, नैतिक तथा राजनैतिक परम्पराओं की आड़ में जो ज़ुल्मोसितम ढाए जा रहे हैं वे किसी से छिपे नहीं हैं। औरत की इस दुर्दशा तथा उस पर हो रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ ...

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मीठा मीठा बोल

-धर्मपाल साहिल बेचारा कौआ, न किसी से कुछ लेता है, न देता है। फिर भी हम उसे मुंडेर पर भी बैठने नहीं देते। हमें उसके बोल अच्छे नहीं लगते। कई बार तो हम उसके मुंह पर भी यह कहने से गुरेज़ नहीं करते, ‘क्या कौए की भांति कांव-कांव लगा रखी है।’ इसके विपरीत कोयल हमें क्या देती है ? पर ...

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कैमिस्ट्री ऑफ़ लव क्या है?

  -धर्मपाल साहिल प्यार के बारे में जितना मुंह उतनी बातें जितना कहा उतना थोड़ा। कोई कहे प्यार अंधा होता है, कोई माने यह किसी से भी, कहीं भी, कभी भी हो सकता है। न उम्र की सीमा, न जन्म का बंधन। किसी का विश्‍वास है प्यार किया नहीं जाता है। कोई इसे क़िस्मत का खेल तो कोई दिलों का ...

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औरत पर अत्याचार आख़िर सच्चाई कितनी

-धर्मपाल साहिल भारतीय इतिहास के पृष्‍ठ महिलाओं की गौरवमयी कीर्ति से भरे पड़े हैं। शास्त्रानुसार जहां स्त्रियों की पूजा होती है, वहां देवता वास करते हैं। औरत को गृहलक्ष्मी, गृहशोभा, सुरोपमा आदि उपमाओं से सुशोभित किया गया है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में नारी ने पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिला कर साथ दिया तो कई बार उससे दो ...

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