यहां की ग्रीष्म ऋतु में, जहां कुछ महीने गर्मी के असहनीय होते हैं ज़्यादातर हम इसके आदि हो गए हैंं और अपने को कमरों में बंद कर लेते हैं। अगर हम कुछ बातें मन मे रखें तो न केवल हम इस गर्मी को मात दे सकेंगे बल्कि इस मौसम का आनंद भी ले पाएंगे।
सब से पहले हम को यह याद रखना चाहिए कि ज़्यादा धूप त्वचा के लिए हानिकारक है। इससे झुर्रियां पड़ती हैं और यह त्वचा की नमी भी कम करती है। धूप त्वचा को झुलसा देती है, जिससे जल्दी झुर्रियां पड़ने की संभावना बढ़ती है। हमारे लिए यह भी जानना आवश्यक है कि धूप से ही हमें विटामिन ‘डी’ भी मिलता है जो कि त्वचा के लिए लाभदायक है। काली त्वचा पर धूप का प्रभाव गोरी त्वचा से बहुत कम होता है तो बहुत ज़रूरी है कि ज़्यादा धूप से हम बचें। बाज़ार में अच्छे सनटैन लोशन या संदल बेसड क्रीम मिल जाती है, इसका इस्तेमाल करें। आप घर में भी सॅनबॅर्न लोशन तैयार कर सकती हैं। एक अंडे की सफ़ेदी में नींबू का रस मिला कर धीमी आंच पर पकाएं। जब तक यह पेस्ट न बन जाए। इसे ठंडा करें और झुलसी त्वचा पर लगाएं। सॅनबॅर्न से आराम मिलेगा। त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार प्रत्येक प्रकार की त्वचा को गर्मियों में सनस्क्रीन चाहिए। होंठ और नाक के ऊपर की जगह पर धूप का प्रभाव सबसे अधिक होता है। दूसरे शरीर का भाग ढके होने के कारण वहां धूप नहीं जा पाती। आपकी पलकें, हाथ, पैर यह सब धूप की चपेट में आते हैं।
अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो आप पानी के बेस वाली सनस्क्रीन या अलकोहल बेसड सनस्क्रीन का प्रयोग करें। अगर आपकी त्वचा सामान्य है तो आप क्रीम युक्त सनस्क्रीन लगाएं। रेत पर सूर्य की किरणें पड़ने से उल्टा परावर्तन होता है अतः वहां आपको छाते के नीचे भी सॅनबॅर्न हो सकता है। यहां तक कि बादलों वाले दिन भी धूप की 50 प्रतिशत किरणें आप तक पहुंचती हैं। अतः उस दिन भी आप अपनी त्वचा का ध्यान रखें।
त्वचा की देखभाल के लिए आप कम से कम एक बार चेहरे को साबुन या फेस वॉश से धोएं। रात को सोने के समय क्लीन्ज़िग मिल्क या अपनी त्वचा के अनुसार क्लीन्ज़र इस्तेमाल करें। इससे त्वचा के अंदर वाली धूल साफ़ हो जाएगी। जो लोग ज़्यादा देर बाहर रहते हैं उनके लिए त्वचा की देखभाल करनी ज़्यादा ज़रूरी है।
तैलीय त्वचा पर टोनर बहुत ज़रूरी है। किसी अच्छी कम्पनी का टोनर फ़्रिज में रखें और ठंडा टोनर हर बार चेहरा धोने के पश्चात् लगाएं। Witch Hazel और Rose Water को बराबर मिक्स करके फ़्रिज में रखें। उसको झुलसी त्वचा पर लगाने से आराम मिलता है।
चेहरे को गर्मी में बर्फ़ वाले पानी से धोना बहुत उपयोगी हो सकता है। कहीं पार्टी में जाने से पहले एक बर्तन में खूब बर्फ़ वाला पानी डाल लें। अपने मुंह को सीधा बर्तन में डुबोएं। सांस रोक कर दस से पंद्रह सेेकंड तक रखें। यह एक बहुत अच्छी फेस लिफ़्ट है। इससे आप का मेकअॅॅप भी तरोताज़ा रह सकता है।
नहाने से पहले पानी में गुलाब जल या थोड़ा नींबू निचोड़ लें। इससे पसीने की समस्या हल हो सकती है।
धूप में जाने से पहले एक गिलास नींबू पानी लें। यह आपको सन स्ट्रोक से बचाएगा। पानी के अलावा फल और सब्ज़ियों के रस पीएं, लस्सी, तरबूज़ का रस पीएं। इससे आप अपना वज़न भी कम कर सकते हैं।
अगर आपकी त्वचा ज़्यादा झुलसे तो पुदीने वाले पैक लगाएं। या ताज़ा पुदीने की पेस्ट 20 मिनट लगाएं।
ठंडे दही को थोड़े गुलाब जल में बेसन के साथ पेस्ट बना कर लगाएं। पांच मिनट रखें फिर धो दें। अगर त्वचा खुश्क लगे तो ठंडे पानी के साथ ताज़ा क्रीम से मसाज करें।
घमौरियां एक और समस्या है। गर्मियों में ज़्यादातर लोगों को बहुत पसीना आता है। घमौरियां नाशक पाउडर इस्तेमाल करने के साथ-साथ संदल पाउडर में गुलाब जल मिलाकर लगाएं। गर्मियों में हमारे कपड़े भी ज़्यादा खुले, बिना बाजू के और खुले गलों वाले होते हैं। अपने चेहरे के साथ पीठ और बांहों का भी ध्यान रखें। पीठ पर भी बाहर जाते समय सनस्क्रीन लगाएं।
गर्मियों में ठंडे पानी से नहाएं और कम से कम दो बार नहाएं। हर बार साफ़ कपड़े पहनें। टैल्कम पाउडर लगाया जा सकता है। आप के पर्फ़्यूम भी हल्के होने चाहिए। यह फूलों की महक वाले होने चाहिए। इस मौसम में आप तैराकी भी कर सकते हैं। तैराकी के पहले या बाद में शावर लें और ध्यान रखें कि पानी का क्लोरीन आपके बालों और त्वचा के लिए नुक़सानदायक हो सकता है। इसलिए बालों पर शावर कैप पहनें। कपड़ों में ज़्यादातर सूती कपड़े पहनें। बालों को कम खुला छोड़ें। एक साधारण पोनीटेल और ढीला जूड़ा बहुत आकर्षक लग सकता है। बालों को हफ़्ते में कम से कम तीन बार हल्के शैम्पू से धोएं।
गर्मियों में मेकअॅप हल्का रखें। हल्का फेस पाउडर और हल्की लिपस्टिक से काम चल सकता है।
डाइटः- गर्मियों में सबसे अधिक ध्यान अपने खान पान का रखें। ज़्यादा से ज़्यादा तरबूज़, लस्सी, शर्बत, नींबू पानी पीएं। कोल्ड ड्रिंक, कॉफी, चाय से बचें। गर्मियों में सलाद भी मौसम के अनुसार होता है। उनमें 10 प्रतिशत पानी होता है। सलाद अवश्य खाएं।