संसार में तलाकों के भिन्न-भिन्न क़ायदे कानून हैं। कहीं-कहीं तो तलाक़ काफ़ी आसान हैं तो कहीं काफ़ी मुश्किल होता है। अर्जेेंटाइना के सरफेटा कबीले के लोगों में तलाक़ की स्थिति आ जाने पर पति और पत्नी एक-दूसरे की और पीठ करके बैठे रहते हैं। शौचादि के समय उनके स्थान पर कोई और पति-पत्नी का स्थान ग्रहण करते हैं। तीन दिन की अवधि में अगर पत्नी तलाक़ दे रही है तो पत्नी को, अगर पति तलाक़ दे रहा हो तो पति को अखण्ड उपवास रखना पड़ता है। तलाक़ लेने वाला खाता रहता है तो देने वाला लार टपकाता रहता है। तलाक़ की एक शर्त यह है कि अगर तलाक़ देने वाला भोजन ग्रहण कर लेता है तो आगामी सात वर्षों के लिए तलाक़ स्थगित माना जाता है। तीन दिन की इस प्रक्रिया के बाद तलाक़ देने वाली पत्नी अपने लिए दूसरा पुरुष ढूंढने को स्वतंत्र हो जाती है मगर पुरुष को एक साल ठहरना पड़ता है।