साहित्य सागर

अग्नि परीक्षा

घर मेहमानों से खचाखच भरा था। तिल रखने की भी जगह न थी। सभी के चेहरे पर एक अनोखी चमक व चित्त में उल्लास था। और हो भी क्यूं न? घर में पहली शादी जो थी- सुषमा और आलोक की लाड़ली बेटी कंचन की। ढोलक की थाप के बीच सुहाग गीतों से वातावरण गूंज रहा था। शहनाइयों की गूंज हवा ...

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ऐ क्या बोलती तू

जब आप को सर्दी की सवेर में रेलवे यात्रा करनी पड़ जाए जबकि आपके पास कोई बुकिंग सीट का टिकट नहीं बल्कि एक साधारण टिकट हो तो आपको यह जान लेना चाहिए कि आपने पिछले जन्म में कोई अच्छा काम नहीं किया। आप जान ही गए होंगे कि मैंने क्या सोचा होगा जब ऐसी ही सवेर में मेरे कांपते बदन ...

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लेखक का दुखांत

-बिपन गोयल सुबह उठते ही वह बुक स्टॉल पर जा कर पंजाबी की अख़बार का एक-एक पन्ना टटोल मारता। शायद किसी संपादक ने उस की कहानी प्रकाशित कर के खुशी प्राप्त कर ली हो। सभी पंजाबी पत्र-पत्रिकाएं देखने के बाद वह अंग्रेज़ी के अख़बारों का पन्ना-पन्ना टटोलता। यही सोचता शायद किसी अक्ल के अन्धे लेखक या आलोचक ने किसी लेख ...

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ये शंटिग वटिंग क्या है मैं क्या जानू रे

-रिपुदमनजीत ‘दमन’ एक वह भी समय था जब यातायात का कोई साधन उपलब्ध नहीं था। व्यक्ति पैंया-पैंया चलते न जाने कितने दिनों बाद अपनी मंज़िल-ए-मक़सूद तक पहुंचता था। बेशक कुछ धनी व्यक्ति घोड़ों पर या रेगिस्तानों में ऊंटों पर भी सवारी करते थे परन्तु यह सुविधा एक आम आदमी की पहुंच के परे थी। धीरे-धीरे पहले बैलगाड़ियां और बाद में ...

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पत्रकारिता की पौध

-माधवी रंजना पत्रकारिता के गरिमापूर्ण धंधे से उपजी शौहरत व सुविधा सम्पन्नता के आकर्षण से उग रही आधुनिक पत्रकारिता के नायकों की पौध आजकल अपनी मूल जाति से अलग हो कर कई उपजातियों में विभक्त हो गई है। पत्रकारिता की इस नई पौध-पनीरी से असली पत्रकार छांटना कोई सरल कार्य नहीं। नई पौध-पनीरी के वैज्ञानिक विश्लेषण से इस जाति की ...

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तलाश का सफ़र

 -दलबीर चेतन चारों तरफ़ शोक-सा बना हुआ था कि श्रद्धामठ डेरे के स्वामी प्रकाश नंद नहीं रहे। ख़बर सुनते ही श्रद्धालु एक ख़ास तरह के मानसिक संताप में ग्रस्त हो गए। वह उनके साथ, उनकी शख़्सियत के साथ, उनके प्रवचनों के साथ श्रद्धा की पूर्णतः तक जुड़े हुए थे वे उनकी मृत्यु की ख़बर सुन कर स्तब्ध हो गए। इस ...

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आज्ञाकारी पति होने के फ़ायदे

हर आदमी को घर में पत्नी का आज्ञाकारी ज़रूर होना चाहिए, करवा चौथ का व्रत खुद रखना चाहिए, पत्नी को ब्यूटी पार्लर, किट्टी पार्टियों में ले जाना चाहिए, सुबह उठकर बेड-टी पिलानी चाहिए, तथा उनका लंच-बॉक्स तैयार करना चाहिए, पत्नी की साड़ियां-ब्लाउज़, सलवार-कमीज़ प्रैस करने चाहिए,

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