महिला समस्याएं

गृह लक्ष्मी पर हावी होती लक्ष्मी

चाहे कमाऊ पति हो या निकम्मा! दहेज़ लेना सभी अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं और दहेज़ के इन दानवों के बीच एक अनपढ़ से लेकर समाज में अपना मुक़ाम बना चुकी सफल महिलाएं तक सभी घुट-घुट कर जीने को मजबूर हैं।

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कन्या भ्रूण हत्या

मानव सभ्यता और संस्कृति में लड़कियां हज़ारों वर्ष आगे हैं। यही कारण है कि हम लड़की को देवी कहते हैं, लड़के को देवता नहीं कहते। परंतु अफ़सोस की बात तो यह है कि इतना सब जानते हुए भी कन्या भ्रूण हत्या क्यों?

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नारी के अस्तित्त्व पर प्रश्न चिन्ह?

नारी प्रकृति है, प्रकृति परमेश्वर है- यदि भगवान् का कोई भी अस्तित्त्व है तो वह भगवती के कारण ही है भगवती-भगवान् से किसी रूप में भी कम नहीं दूसरे शब्दों में यदि यह कहा जाए कि मां का रुतबा भगवान् से भी बड़ा है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। नारी एक प्रबल ज्योति है- प्रकाश का पुंज है।

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योग्य बेटी के पांव की बेड़ियां न बनें

वो समाज में जितनी भी पहचान स्थापित कर ले फिर भी वो औरत है, बेटी है इसका उसको कर्ज़ चुकाना पड़ता है और न जाने कितनी प्रतिभाएं इस मानसिक प्रताड़ना के चलते, अपने सफ़र को अधूरा छोड़ देती हैं।

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भावुकता आपकी कमज़ोरी तो नहीं

उन नाज़ुक क्षणों में रीमा को शर्मा जी की सांत्वना बड़ी भली लगी। उनके चुंबन को भी उसने नज़र अंदाज़ कर दिया। तभी किसी के आने की आहट सुनकर शर्मा जी, रीमा से ऐसे अलग हो गए, जैसे उन्हें करंट लग गया हो।

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ज़माना नहीं बदलेगा हम बदलेंगे

समय बदलता है, सभ्यताएं बदलती हैं, उनके साथ परम्पराएं भी बदलती हैं। सभ्यता के बदलने से मतलब है लोगों के सोच-समझ, रहन-सहन, परिवेश, ज़िन्दगी को सोचने-समझने के अंदाज़ में अंतर आना। एक वो सभ्यता थी, जिसमें नारी का स्थान पुरुष से ऊपर रख कर उसकी तुलना देवी से की जाती थी। उस ज़माने में नारी का स्थान सर्वोपरि था, सभी ...

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अब तो कुछ सोचो

अगर कन्या भ्रूण हत्याओं का दौर इसी प्रकार चलता रहा तो 2035-2050 तक हालात बेहद भयंकर हो जाएंगे।अविवाहित और यौन भूख से बेहाल ये पुरुष कई प्रकार के नशों व बुराइयों का भी शिकार हो चुके होंगे। इनको बहन या मौसी आदि रिश्तों के न अर्थ मालूम होंगे न रिश्तों की पवित्रता।

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ऐसे करें मजनुओं की छुट्टी

-डॉ. सन्त कुमार टण्डन लड़कियां अकसर मजनूं नुमा लड़कों से परेशान रहती हैं। वे पीछे पड़े रहते हैं। पिण्ड नहीं छोड़ते। क्या आपकी ज़िंदगी में भी कोई ऐसा है जिससे आप सच में छुटकारा चाहती हैं। पहले यह अच्छी तरह जान लें कि आपके मन में क्या है। तो लें, कुछ तरीक़े बताता हूं, उनकी छुट्टी करने के- • कमिटमेंट ...

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यौन शोषण की शिकार होती कामकाजी महिलाएं और कानूनी संरक्षण

-के.के.अरोड़ा कामकाजी महिलाओं के शारीरिक और मानसिक शोषण की बढ़ती घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में उच्चतम न्यायालय ने गृह मंत्रालय को जो नीति संबंधी निर्देश जारी किए हैं, उनमें महिलाओं को हर प्रकार के शोषण के ख़िलाफ़ पूर्ण सुरक्षा की गारन्टी दी गई है। संरक्षण विषयक नीति संबंधी इन निर्देशों में कहा गया है कि सरकारी और ग़ैर सरकारी संस्थाओं, उपक्रमों ...

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