यह सत्य है कि नारी की प्रतिभा, क्षमता, योग्यता, पुरुष की प्रतिभा, क्षमता, योग्यता से मिलकर अनन्तगुनी प्रभावशाली हो जाती है। इतिहास से अगर नारी की भूमिका हटा दी जाए तो उसका स्वरूप ही बदल जाता है।
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पलायन
अम्मी जान तुम ही बताओ- दहशतर्गदों की वजह से कारखानेदार अपने कारखाने बंद कर घाटी से पलायन कर गए हैं। रोज़गार के जो छोटे-छोटे मौक़े मिल जाते थे, वे भी ख़त्म हो चले हैं। अब तो यही ठीक रहेगा कि हम भी घाटी को छोड़कर कहीं और चले जाएं।
Read More »आंच
'पापा! पापा! अलमारी में से पटाखों के पैकेट निकाल दो न।' बच्चों ने मुझे झंझोड़ते हुए कहा। मैं मौन रहा। 'आख़िर ऐसा क्या है उन पटाखों में जो उन्हें साल भर से रखे बैठे हो।' मुझे चुप देख कर पत्नी ग़ुस्से में बोली।
Read More »खुले मन से मनाएं दीपावली!
संसार के विशाल इतिहास में भारतवर्ष के समान विपुल जनसंख्या वाला कोई भी बड़ा देश अल्पसंख्यक आक्रमणकारियों से पराजित होकर इतने ज़्यादा समय तक ग़ुलाम नहीं रहा। दीपावली के इस अवसर पर ज्ञान के असंख्य दीपक भी हमें जलाने चाहिए और निर्भीक होकर यह अनुसंधान करना चाहिए
Read More »बंटवारा
धरती बांटी अंबर बांटा बांट दिया जग सारा मानव तेरी चाल के आगे ईश्वर भी है हारा ईश्वर ने तुुझको बनाया
Read More »वो खेल का मैदान
खेलतेे थे हम कभी कबड्डी, फुुटबाल लम्बी दौड़ व लंगड़ी टांग बैठतेे थे घंटों बतियातेे सब बातें
Read More »विजय दशमी के दिन
रावण का पुतला जलाते समय लाखों, करोड़ों लोगों का केवल एक ही मत यह होता है कि रावण को माता सीता के अपहरण की सज़ा युगों के बाद भी मिल रही है। किन्तु आज के सभ्य कहे जाने वाले समाज में तो एक-दो नहीं बल्कि लाखों रावण मौजूद हैं।
Read More »स्त्रियां व्रत क्यों रखतीं हैं?
कई बार तो किसी व्रत को महिलाएं अन्य को देखकर पीढ़ी-दर-पीढ़ी करती आ रही हैं। यह व्रत क्यों और किसके लिए किया जाता है, उन्हें यह भी नहीं मालूम होता। वैसे हमारे यहां व्रत के नियम भी लोचदार बनाने का नियम है। जैसे ज़्यादा प्यास लगने की स्थिति में घुटने के बल बैठकर पानी पिया जा सकता है।
Read More »बोल्ड बनाता है सेक्स
इस परीक्षण में देखा गया कि जिन लोगों ने सेक्स का भरपूर आनन्द उठाया था इस समय के दौरान वह अच्छी तरह भाषण दे सके। जिन्होंने सेक्स का आनन्द नहीं उठाया, वे भाषण में कमज़ोर निकले।
Read More »निर्निमेष
मैं छत की मुंडेर तक जा पहुंचा। वह युवती तक़रीबन तीन मीटर की दूरी पर थी। अभी-अभी मेरे शरीर के अंदर किसी वस्तु ने प्रवेश किया। मैं रंगे हाथ पकड़ा गया था। उस युवती ने देखा ... तब मैं। लगा जैसे कुछ उतरता चला गया है। अनंत से ... अनंत तक।
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