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वैलेन्टाइन डे

यदि विश्लेषण किया जाए तो यह रिवाज़ या परम्परा विदेशी प्रतीत नहीं होती। हम अपने पुरातन काल के साहित्य का अध्ययन करें तो प्रेमी-प्रेमिकाओं के क़िस्से-कहानियां

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वैलेन्टाइन डे के प्रति ग़लतफ़हमी क्यूं?

हमारे बुज़ुर्ग कहते हैं ये अन्धी दौड़ है जिसकी असलियत जाने बिना वो उस दौड़ में शामिल होते हैं ताकि वे अपने आप को आधुनिक साबित कर सकें।

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अहसास

अचानक उसका तबादला दूर-दराज़ किसी स्थान पर हो गया और इधर उसकी बीवी आपातकलीन स्थिति में। रामस्वरूप को समझ नहीं आ रहा था कि करे तो क्या करे

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मर्दानगी का दावा

चौदह वर्ष की बच्ची, एक पुरुष के हत्थे चढ़ी। पीड़ा दायी आनन्द अटृहास कर उठा। पुरुष की मर्दानगी चरम सीमा पर पहुंची बच्ची की हत्या कर डाली।

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बच्चों का संतुलित विकास

मानवविकास के साईन्सदान “एरिकसन” का मत है कि जन्म के उपरान्त शुरू के वर्ष बच्चे में इस जगत् के प्रति विश्वास के रिश्तेे को बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

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