यदि विश्लेषण किया जाए तो यह रिवाज़ या परम्परा विदेशी प्रतीत नहीं होती। हम अपने पुरातन काल के साहित्य का अध्ययन करें तो प्रेमी-प्रेमिकाओं के क़िस्से-कहानियां
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वैलेन्टाइन डे के प्रति ग़लतफ़हमी क्यूं?
हमारे बुज़ुर्ग कहते हैं ये अन्धी दौड़ है जिसकी असलियत जाने बिना वो उस दौड़ में शामिल होते हैं ताकि वे अपने आप को आधुनिक साबित कर सकें।
Read More »पालक के स्वादिष्ट व्यंजन
पालक के स्वादिष्ट व्यंजन -- पालक मटर पुलाव, पालक का सूप, स्वादिष्ट दाल-पालक, आलू पालक के हरे कटलेट, आलू पालक की भुरजी
Read More »दिलकश शाही डिशिज़
इसे पलेट में रख कर इसके ऊपर टमाटो सॉस से मनचाहा डिज़ाईन बना कर खाने के लिए परोसें।
Read More »होंठ हों आकर्षक और स्वस्थ
होंठों में आकर्षण कम लगता हो तो उन पर ध्यान दीजिए। ध्यान रखिए नारी सौंदर्य में स्वस्थ सुंदर होंठों का बड़ा महत्त्व है।
Read More »बेकार पड़ी वस्तुओं का सही उपयोग
अगर हम थोड़ी-सी मेहनत तथा दिमाग़ का इस्तेमाल करें तो हम इन्हीं फ़ालतू चीज़ों से अपने घर को सजा तथा संवार सकते हैं।
Read More »अहसास
अचानक उसका तबादला दूर-दराज़ किसी स्थान पर हो गया और इधर उसकी बीवी आपातकलीन स्थिति में। रामस्वरूप को समझ नहीं आ रहा था कि करे तो क्या करे
Read More »मर्दानगी का दावा
चौदह वर्ष की बच्ची, एक पुरुष के हत्थे चढ़ी। पीड़ा दायी आनन्द अटृहास कर उठा। पुरुष की मर्दानगी चरम सीमा पर पहुंची बच्ची की हत्या कर डाली।
Read More »कानून से नहीं होगा औरत का उत्थान
सरकार और समाज कैसे जान पाएंगे कि हमारे देश की औरत को आख़िर चाहिए क्या जब स्वंय औरत ही आज तक जान नहीं पाई कि उसे क्या चाहिए?
Read More »बच्चों का संतुलित विकास
मानवविकास के साईन्सदान “एरिकसन” का मत है कि जन्म के उपरान्त शुरू के वर्ष बच्चे में इस जगत् के प्रति विश्वास के रिश्तेे को बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
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