इसे जीवन में घटी आम-सी घटना समझ कर भूल जाते हैं और पहले से अधिक सशक्त ‘अंडर स्टैंडिंग’ वाला मित्र चुनने का दावा करते हैं।
Read More »युगल
आपका और उनका दिन मैरिज एनवर्सरी
दाम्पत्य में सामंजस्य के लिए या कुछ कमियों को दूर करने के लिए संकल्प का दोहराव सुखद मोड़ लाता है। कुल मिलाकर अगर यूं माना जाए कि पति-पत्नी के बीच 'मैरिज एनवर्सरी' वाले रोज़ सिर्फ़ स्पर्श हो बातों का, यादों का।
Read More »क्या आपका पति उम्र में छोटा हो सकता है
यह सच है कि बेहतर सेक्स के लिए स्त्री का संगी उससे उम्र में छोटा होना चाहिए। "बड़ी पत्नी, बड़े भाग्य" कहावत भी है। ब्रिटेन में हुए एक सर्वे से यही खुलासा होता है कि पत्नी की अपेक्षा पति की उम्र कम होनी चाहिए।
Read More »पति-पत्नी की उम्र व सामाजिक परिवेश
-डॉ. प्रेमपाल सिंह वाल्यान युगों से नर-नारी समानता का एक मूल तथ्य परिचालित किया जाता रहा है कि पुरुष स्त्री की अपेक्षा साधारणतया ज़्यादा बड़े और शक्तिशाली होते हैं और सामान्यत: भौतिक हिंसा में जीत उन्हीं की होती है। मानव सभ्यता के शुरू से ही, स्त्रियों को पुरुषों के भौतिक हमलों से स्वयं की रक्षा करनी पड़ी है। यहां तक ...
Read More »सुखी दाम्पत्य जीवन आपसी तनाव मिटाएं
-सुमन कुमारी दाम्पत्य जीवन में मन-मुटाव तो होता ही रहता है। कुछ लोग अपनी गृहस्थी को अपने ही हाथों ख़त्म कर लेते हैं। पति-पत्नी को आपसी बातों को घर के अंदर ही निपटाना चाहिए। पति और पत्नी में तनाव बढ़ने के दो कारण आमतौर पर देखे जाते हैं। इनमें से एक तो है पत्नी का पति पर शक करना और ...
Read More »हमसफ़र ग़र हमराज़ न हो तो
-नील कमल ‘नीलू’ ज़िंदगी के सफ़र की मुख़्तलिफ़ राहों पर, मुख़्तलिफ़ मुक़ामों पर कहीं न कहीं किसी हमराज़ की ज़रूरत अकसर पेश आ ही जाती है। क्योंकि अगर अपने राज़ दिल के अंदर ही दबा लिए जाएं, तो वो राज़, राज़ नहीं रहते बोझ हो जाते हैं। दिल की हर बात हर राज़ कभी न कभी, किसी न किसी के ...
Read More »रिश्तों के भीतर झांके
-जसबीर चावला इस संसार में हर प्राणी प्रशंसा और प्यार का भूखा है। बचपन में मां-बाप का लाड़-दुलार, शिक्षकों, गुरुजनों का स्नेह, दोस्तों-हमजोलियों का साथ, मनुष्य के व्यक्तित्व (पर्सनैलिटी) के विकास के लिये बहुत ज़रूरी है। जवानी में जीवन-साथी का प्रेम इसीलिए यौन-संतुष्टि से ज़्यादा मायने रखता है और शायद इसीलिए पति-पत्नी का संबंध दोनों से विशेष ध्यान की ...
Read More »क्यों कांपती हैं गृहस्थ की दीवारें
-गोपाल शर्मा फ़िरोजपुरी घर समाज की प्रथम इकाई है। घरों से मुहल्ला, मुहल्लों से गांव और गांवों से शहरों और नगरों का निर्माण होता है। घर एक ऐसा सुन्दर स्थान होता है जहां मनुष्य स्वयं को सुखद और आनंदित अनुभव करता है। मनुष्य ही नहीं अपितु जीव-जंतु, पशु-पक्षी भी अपने-अपने घरों और घौंसलों में स्वयं को सुरक्षित मानते हैं। एक घर ...
Read More »भावी पति-पत्नी में डेटिंग कितनी आवश्यक
विवाह जीवन का एक ऐसा अटल मोड़ है जो प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में देर या सवेर आकर रहता है। वैवाहिक बन्धन में बन्धने से पूर्व सगाई की रस्म निभाई जाती है। सगाई से लेकर विवाह तक का अन्तराल एक ऐसा नाज़ुक दौर है जिस पर वैवाहिक जीवन की क़ामयाबी या नाक़ामयाबी टिकी होती है। सगाई की रस्म के साथ ...
Read More »पति-पत्नी का रिश्ता दो दिलों का अटूट बंधन
दुनियां के सभी रिश्तों से सर्वोपरि माना जाने वाला रिश्ता है पति-पत्नी का रिश्ता। पति-पत्नी का रिश्ता इतना महत्वपूर्ण होता है कि दोनों अपने इष्ट देव को साक्षी मान कर जीवन भर साथ निभाने का वायदा करते हैं। जब एक लड़की दुलहन बन कर पति के घर में आती है तो वहां का सब कुछ उसके लिए नया और अनजाना होता ...
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