Uncategorized

मी टू अभियान

मी टू अभियान का अर्थ है एक महिला की आंतरिक पीड़ा कि मेरे साथ भी किसी पुरुष ने यौन शोषण किया है। उसने उन शरीफ़ज़ादों और नेताओं का पर्दाफ़ाश किया है

Read More »

    वह एक दिन

‘ये कैसे हो सकता है?’ मनु ग़ुस्से से अपनी सफ़ाई पेश करता हुआ बोला  ‘मैंने अपने जिस्म का खून देकर ये नोट हासिल किये थे....मुझको खाना चाहिये मेरे बच्चे भूखे हैं।

Read More »

समर्पिता

लगा जैसे धरती हिली हो, कोई भूचाल आया हो। घिग्घी-सी बँध गई दोनों की क्योंकि दोनों ही बातों में से कुछ भी कर पाना, असंभव ही तो था।

Read More »

गृहस्थी

मैं चिन्ता में गहरे समा रहा था कि पत्नी बोल पड़ी, “सोच क्या रहे हो? उसे कोई पूछता भी था? कितनों को तो तुम दिखा चुके थे। कोई उसे छापने को तैयार था?”

Read More »

करवा चौथ

आंसुओं की अविरल धारा बह-बह कर अख़बार में छपी उसकी तस्वीर को भिगो रही है और वह दूर कहीं दूर अतीत की यादों में खो गई

Read More »

मातृत्व

यह बात सुनकर किरण भी ग़ुस्सा होते हुए बोली, 'आप यह क्यों नहीं कहते कि आप मुझे यहां पत्नी बनाकर नहीं नौकरानी बनाकर लाए हैं?'

Read More »

स्कूल जाने से क्यों डरते हैं बच्चे

एक दिन, दो दिन आख़िर उसके हर रोज़ के बहानों से तंग आकर उसकी माँ उसे ज़बरदस्ती स्कूल भेजने लगी। सोनू ऐसे क्यों करता है? यह वास्तव में सोचने की बात है।

Read More »

रास्ता

होश संभलते ही शुरू हो गया चलना ज़िन्दगी के रास्ते की ओर, बिन परवाह किए, गरम हवाओं की, सरद थेपड़ों की बर्फीले टीलों की

Read More »

रंगेहिना

मैं ने कब अपनी वफ़ाओं का सिला मांगा था? एक हल्का-सा तबस्सुम ही तेरा मांगा था। क्या ख़बर थी मेरी नींदें ही उजड़ जाएंगी मैं ने खोए हुए ख़्वाबों का पता मांगा था।

Read More »