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हाय मेरा जैकी

डॉक्टर ने बहादुर को कहा कि वह जैकी के मुंह पर कपड़ा डाल कर पकड़े ताकि झाग किसी के लग न जाए। घर भर में जैसे भुकम्प आया हुआ था। आगे-आगे जैकी और पीछे-पीछे हम सब लोग। किसी के हाथ में उसका पट्टा तो किसी के चेन और किसी के कपड़ा।

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नींद की डाइटिंग

यदि तनाव हो या किसी बीमारी से उठी हों तो आपको भरपूर नींद चाहिए। ऐसे समय नींद कम करने वाला अभियान न चलाएं। नींद कम करने के अभियान में, थोड़ी चालबाज़ी भी करें यानी शनिवार और रविवार को आधा घंटा अधिक सो लें।

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बेबसी

हिचकिचाते हुये धीमे-धीमे मुस्कुराते हुये मैंने उसके सामने रख दी थी अपने हृदय की कोरी किताब कुछ भी लिख देने के लिए

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शहीद की पत्नी

जब ताबूत से बाहर शहीद का पार्थिव शरीर निकाला गया भीगी पल्कों से नन्हें-नन्हें बच्चों को संभाला गया मातम के माहौल में डूबा था शहर सारा चारों तरफ़ मचा था दर्द का कोहराम गहरा

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रिश्तों की पुकार

यूं तो इन्सान का सम्बन्ध बचपन से ही किसी दूसरे के साथ होता है। जन्म के समय मां के साथ, बचपन में भाई बहन व साथियों के साथ परन्तु असली समझ का सम्बन्ध बनता है, जब वह किशोर अवस्था में होता है।

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मगर

वो शोख़ हवाएं वो पत्तों की सरसराहट फूलों की भीनी-भीनी खुशबू वो भौंरो की गुनगुनाहट मेरा चौंक जाना सुनकर किसी की पदचाप वो पहाड़ की पगडण्डी के किनारे तुम्हारा छोटा सा घर

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अधिकार

मैं स्वतन्त्र हूं, स्वाधीन हूं, आजा़द हूं मुझे संविधान कुछ मौलिक अधिकार देता है भिन्न-भिन्न प्रकार की विभिन्नताओं, विविधताओं और असमानताओं के बीच समानता का अधिकार

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बेेेेआबाद घर

न जाने कितने सालों बाद वीरान सूनी-सूनी दीवारें निहार रही हैं आने वालों की राहें खूब सजी-संवरी चमक दमक रही हैं न जाने कब से इस एक मंज़िला पीले घर की दीवारें न जाने कब से इस घर की छत पर अनबुहारी पड़ी हैं

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एक और लड़ाई

मौत ठहर जा तू कुछ रोज़ ओर ज़रा क्योंकि मुझे लड़नी है अभी एक लड़ाई और… ज़िंदगी से लड़नी है लड़ाई उन अत्याचारियों से जो क़त्ल कर देते हैं

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तसवीर

एक तसवीर जो मैंने बनाई उसमें रंग नहीं थे आकृतियां नहीं थी जज़बात नहीं थे इस लिए वह मूक थी

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