शायद नहीं जानता ये अबोध बालक इस काग़ज़ के टुकड़े की क़ीमत तभी मरोड़ रहा है, फाड़ रहा और हंस रहा है
Read More »Writers
महिला सशक्तिकरण में अविवाहित महिलाओं की अहम भूमिका
यह अहिंसावादी आन्दोलन है जो पुरुष वर्ग को झिंझोड़ देगा। सोचने पर मजबूर कर देगा कि नारी की इस प्रतिक्रिया के पीछे छिपा मन्तव्य क्या है।
Read More »स्वास्थ्य शिक्षा महिलाओं के लिए
भारत में किसी एक गांव के सर्वेक्षण के बाद पता चला कि महिला मृत्यु के तमाम कारणों में गर्भपात के दौरान होने वाली बीमारियां ही मुख्य कारण हैं।
Read More »ईर्ष्याः एक मनोचिकित्सकीय अध्ययन
जब मन में ईर्ष्या या डाह पैदा होती है तो क्रोध आता है, कभी मन रोने को होता है, अपने या प्रतिद्वंद्वी के प्रति अशुभ विचार उत्पन्न होने लगते हैं, कमज़ोरी-सी महसूस होती है,
Read More »अंतिम सांझ का दर्द
वह हर दिन निकलने वाले सूर्य के साथ दरवाज़े पर टकटकी लगाए एक आशा भरी निगाह लिए अपने बेटों का इंतज़ार करती। उसे हर आने वाले कल पर भरोसा था। उसे हर आने वाले कल पर भरोसा था।
Read More »हे पद तुझे सलाम
दरवाज़े के आगे तो बहुत कुछ है उल्लू! धेले में बिकता कानून है, दुराचार में डूबी राजनीति है, हर जगह मरता सच है, खून के प्यासे रिश्ते हैं।
Read More »क्या कहता है गर्भस्थ शिशु
28 हफ़्तों का गर्भस्थ शिशु अपनी मां की आवाज़ ही नहीं अन्य ऐसी ध्वनियों को भी पहचान जाता है। जो उसे बार-बार सुनने के मिलती हों।
Read More »धर्म और राजनीति
धर्म को अगर राजनीति से जोड़ कर देखा जाए तो चहूं ओर राजनीति का बोलबाला ही नज़र आता है और आज की राजनीति का कोई धर्म नज़र नहीं आता।
Read More »कर्ज़ है हम सबके ऊपर
बक़ौल कुलप्रीत दुनियां का हर आदमी कर्ज़ में डूबा है। भारत देश कर्ज़ में डूबा है।सबसे धनी देश अमेरिका पर भी बहुत से लोगों का कर्ज़ है। हर भारतीय कर्ज़ के बोझ में पैदा होता है।
Read More »रसोई की रानी
सिरके में नमक व शहद मिलाकर लगाने से चेहरे के दाग़-धब्बे ठीक होते हैं। धनिये की पत्ती पीसकर बालों में लगाएं। सूखने से गुनगुने पानी से धोएं। बालों का गिरना रुकेगा।
Read More »