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एहसास

सौंप कर अपने दिल का टुकड़ा तुम्हें, मैं निश्चिन्त हो गई, पर कैसे? उग गये मेरे हदय पटल पर एक की जगह दो पौधे जिन्हें साथ-साथ बढ़ता, लहराता देखना चाहती।

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स्वपन

गोद में नन्हें को लिये, मुस्करा रही थी, खुद ही खुद बतिया रही थी, मेरा राजा बेटा, मेरा राजकुमार मेरी आंखों का तारा

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पोटली

बड़े नाज़ों से पाल पोस मैंने पकड़ा दी अपने प्राणों की डोर किसी अनजान पथिक को, देना चाहती हूं समस्त संसार की खुशियां

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गांव मुझे पहचानता नहीं

बरसों बाद वहीं पगडंडी वहीं आंखें ढूंढ़ती जामुन, आम, पीपल, बड़ के वृक्षों की छाया कुएं से पानी लाती बन्तो चौपाल के बुज़ुर्ग

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गहने पहनना उपयोगी या अनुपयोगी

गहनों से सुन्दरता नहीं बढ़ती सिर्फ़ अपनी अमीरी दर्शाने का तरीक़ा है। सुन्दरता तो प्रकृति प्रदत्त होती है। सुन्दरता को आभूषणों की ज़रूरत नहीं होती।

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जनसंख्या विस्फोट

जिन की आबादी कम है वे देश खुशहाल हैं। भारत में जनसंख्या वृद्धि रोकने के लिए लहर जगानी चाहिये, लोगों को जागृत करना चाहिये।

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