उसके अन्दर लड़की के प्रति बेपनाह दया उमड़ने लगी- बेचारी किसी ठीक-ठाक घर परिवार में जन्मती तो स्कूल जाती। हंसती-खेलती...
Read More »Writers
क्या-गौण होती जा रही हैं वर्जनाएं?!
भारत भूमि, जिसका स्वर्णिम इतिहास रहा है जिस की तपशीलता, शौर्य, शुचिता उल्लेखनीय रही है जिसकी ललनाएं शील हरण से मरण का वरण कर लिया करती थी
Read More »बिन फेरे हम तेरे कब तक रहेंगे
इसे जीवन में घटी आम-सी घटना समझ कर भूल जाते हैं और पहले से अधिक सशक्त ‘अंडर स्टैंडिंग’ वाला मित्र चुनने का दावा करते हैं।
Read More »मी टू अभियान
मी टू अभियान का अर्थ है एक महिला की आंतरिक पीड़ा कि मेरे साथ भी किसी पुरुष ने यौन शोषण किया है। उसने उन शरीफ़ज़ादों और नेताओं का पर्दाफ़ाश किया है
Read More »नारी की नियति
कहानी में फै़सला तुमने पाठकों पर छोड़ दिया। लेकिन तुम्हारे विचार में तुमने उसके शोषण के प्रति क्या निर्णय लिया? क्या उसकी कोई मदद...।
Read More »बापू की भारत यात्रा
सुनो, चरखायान को वापस मोड़ लो मैं आगे नहीं जाना चाहता। जिस सत्याग्रह को मैंने अपना हथियार बनाया था। उसी सत्याग्रह हथियार बना लिया लोगों ने।
Read More »“आर्थिक बोझ तले किसान”
एक और गहन समस्या है किसानों की ज़रखे़ज़ ज़मीन को सरकार द्वारा सस्ते भाव पर ज़बरदस्ती बेचा जाता है। इससे वे अपनी भूमि के टुकड़े को गंवा बैठते हैं।
Read More »गृहस्थी
मैं चिन्ता में गहरे समा रहा था कि पत्नी बोल पड़ी, “सोच क्या रहे हो? उसे कोई पूछता भी था? कितनों को तो तुम दिखा चुके थे। कोई उसे छापने को तैयार था?”
Read More »मातृत्व
यह बात सुनकर किरण भी ग़ुस्सा होते हुए बोली, 'आप यह क्यों नहीं कहते कि आप मुझे यहां पत्नी बनाकर नहीं नौकरानी बनाकर लाए हैं?'
Read More »रास्ता
होश संभलते ही शुरू हो गया चलना ज़िन्दगी के रास्ते की ओर, बिन परवाह किए, गरम हवाओं की, सरद थेपड़ों की बर्फीले टीलों की
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