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बच्चियों से दुष्कर्म दोषी कौन?

-कनु भारतीय “सात वर्षीय बालिका से नृशंस बलात्कार।” “पांच वर्ष की बच्ची के साथ मुंह काला करने के बाद बलात्कारी ने उसके फ़्रॉक से गला घोंटकर हत्या कर दी।” “बाप द्वारा बच्ची से बलात्कार।” इस प्रकार की घटनाओं से पत्र या पत्रिकाएं भरते चले आ रहे हैं। बच्चियों के प्रति नृशंस बलात्कारों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। बच्चियों के यौनशोषण ...

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आज भी असहाय है नारी एक कटु सत्य

-बलवीर बाली भारतीय नारी की सदा यह विशेषता रही है कि भारतीय पुरुष समाज तथा नारी समाज में नारी अत्यधिक धार्मिक प्रवृत्ति की मानी गई है। यद्यपि धार्मिक भावना दोनों में प्रबल रूप से विद्यमान् है। कहते हैं न जैसे हर सफल पुरुष के पीछे स्त्री का हाथ होता है ठीक उसी प्रकार यद्यपि सभी धार्मिक कार्य पुरुष समाज द्वारा ...

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आधुनिकता और संस्कृति के बीच फँसी नारी

-श्रीमती मृदुला गुप्‍ता “मैं आज जो भी हूँ और भविष्य में बनने की आशा करता हूँ उसके लिए मैं अपनी देवी समान माता का ऋणी हूँ”-अब्राहिम लिंकन। “हर सफल व्यक्‍त‍ि के पीछे किसी न किसी औरत का हाथ है।” उपरोक्‍त‍ शब्दों से नारी के महत्त्व का पता चलता है अपने जीवन काल में नारी विभिन्न रूपों में सामने आती है। ...

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हमारी संस्कृति और लड़कियों से छेड़छाड़

कल जब मैं कॉलेज के फंक्शन में गई तो वहां पर बड़ा ध्यान रखा जा रहा था कि लड़के-लड़कियों को अलग-अलग बैठाया जाए। तभी एक सज्जन ने बात उठाई कि आख़िर इनको अलग-अलग क्यों बैठाया जाए। अलग-अलग बैठाने की बात तो छोड़िए हममें से बहुत से लोग तो लड़के-लड़कियों को अलग-अलग स्कूलों, कॉलेजों में पढ़ाने के पक्ष में हैं। बसों ...

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मरी हुई तितलियां

जब हम चले तो बहुत से लोग थे। तब जंगल अभी इतना घना नहीं था। एक-दूसरे के साथ हँसी मज़ाक करते हुये हम ज़ोर-ज़ोर से हँसते रहे। पेड़-पौधों की फूल-पत्तियां तोड़ते, उंगलियों में मसलते हुये हम चलते रहे। लगता था हमने सारी उम्र इसी तरह चलना है। जंगल धीरे-धीरे घना होता गया। हम एक-एक करके गुम होते रहे। उन में ...

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सोचें वक़्त से पहले

-एसः मोहन वैसे तो हमारे समाज में लड़की पैदा होना ही मां-बाप को एक बोझ का अहसास कराता है। लड़की पैदा करने की हीन भावना शनैःशनैः लड़की के साथ-साथ बढ़ती जाती है। लड़की के जवान होते ही मां-बाप की आपाधापी चरम सीमा पर पहुंच जाती है। फलतः मां-बाप बिना सोचे समझे ऐसे धोखे का शिकार हो जाते हैं जिसका प्रायश्‍च‍ित ...

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